1957
1984
2003
2005
2006
2007
2013
2014
2015
2016
2017
1957
टीएमएल की ओर से ब्यूरो ऑफ हायर परचेज एंड क्रेडिट (बीएचपीसी) बनाया गया।
1984
वाहन ऋण के क्षेत्र में टाटा फाइनेंस लिमिटेड (टीएफएल) की स्थापना की गई।
2003
बीएचपीसी और टीएफएल, दोनों के लिए एक कॉमन मार्केटिंग प्लेटफॉर्म का निर्माण किया गया।
2005
टीएफएल का टाटा मोटर्स लिमिटेड (टीएमएल) में विलय किया गया।
2006
1 जूनः टीएमएल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (टीएमएफएसएल) की स्थापना टीएमएल के सौ फीसदी स्वामित्व वाली सहायक कंपनी के तौर पर की गई। यह टीएमएल के लिए एनबीएफसी सहयोग और वाहन ऋण उपलब्ध करवाने के लिए कार्य करती है। नए व्यापार के साथ ही टीएमएलएफएसएल टीएफएल के पुराने कार्य भी देखती है।
2007
टी एम एफ एस एल का नाम परिवर्तित कर टाटा मोटर्स फाइनेंस लिमिटेड कर दिया गया। टीएमएफएल भारत में ऋण उत्पाद से जुड़ी सबसे बड़ी कंपनी में से एक बन गई।
2013
गैर निधि आधारित व्यवसाय में विविधता लाने के लिए इंश्योरेंस क्रॉस सेलिंग की शुरुआत की गई।
2014
पुराने वाणिज्यिक वाहनों के लिए फाइनेंस शुरू किया गया।
2015
राजस्थान लीजिंग प्राइवेट लिमिटेड का अधिग्रहण किया गया, जिसका बाद में नाम टाटा मोटर्स फाइनेंस लिमिटेड (टीएमएफएसएल) किया गया। यह टीएमएफएचएल (टीएमएफएचएल) के सौ फीसदी स्वामित्व वाली सहयोगी है।
इसके साथ ही टीएमएफएसएल में कॉरपोरेट लैंडिंग डिपार्टमेंट व यूज्ड कॉमर्शियल व्हीकल फाइनेंस बिजनेस शुरू किया गया।
2016
शेबा प्रोपर्टीज लिमिटेड (एसपीएल) का अधिग्रहण किया गया।
2017
- एसपीएल ने नए वाहनों के फाइनेंस के कार्य का श्रीगणेश किया।
- एसपीएल का नाम बदलकर टीएमएफएल कर दिया गया।
- कंपनी टीएमएफएल का नाम परिवर्तित करके टीएमएफएचएल किया गया।
- भूतपूर्व कंपनी टीएमएफएल में परिवर्तन किया गया, उसे कोर इन्वेस्टमेंट कंपनी (सीआईसी) बनाया गया और नाम टीएमएफएचएल किया गया।